Thursday, December 9, 2010

मै

मैं कीतना अहम् है "मै" के लीये,
मैं,
कुछ भी कर सक सकता है,
"मैं" के लीये,
मैं के आगे तू क्या है, 
तू तो बस "तू" है,
तू कुछ भी नहीं "मैं" के लीये!
तारिक हमीद(बेवक़ूफ़)

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